मेघनगर (प्रकाश प्रजापति/जयेश झामर) l आद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के पश्चात से ही यहाँ का विकास निरंतर कछवे की चाल से गतिमान है कई ऐसी इकाइयां जो लाभ कमाने के उद्देश्यों से कागजों पर ही स्थापित हुई एवं कई बंद भी हो गई कुछ ऐसी इकाइयां जिसके आने से नगर का वातावरण दूषित और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित भी है जिसके लिये समय समय पर कई उग्र आंदोलन भी हुए जिसमें जनप्रतिनिधियों के अलावा नगर के प्रभावी कलमकार, समाजसेवी एवं नेताओं ने इसमें प्रमुख भूमिका अदा की औद्योगिक क्षेत्र मेघनगर मे शासन द्वारा कई विकास कार्यो की स्वीकृति भी हुई जिनमे भ्रष्टाचार की चीखें भी सुनाई दी साथ ही केमिकल फेक्ट्रियो से लगातार उठ रहे दूषित गैस एवं ज़हरीले रसायन जो स्वास्थ पर बुरा प्रभाव डाल रहे है जैसे मुख्य मुद्दे जो अभी तक प्रभावहीन रहे उसके पीछे शायद स्वहित का कारण भी निहित रहा होगा? इन सभी बातों के बाद अब जब वर्तमान मे नवागत कलेक्टर महोदय ने मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र का निरिक्षण किया और यहाँ के मापदंडो एवं प्राकृतिक समावेसो को देख इसके अनुरूप कितना विकास हुआ और होना चाहिये इस बारे मे जानने और समझने के बाद ही कुछ ठोस कदम उठा सकेंगे ऐसा सोचा जा सकता है इस लिये हम ये कह सकते है की रोहित सिंह मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र को प्राण वायु भर गये और इस और मोहदय ने विशेष ध्यान दिया तो मेघनगर की वर्तमान और आने वाली पीढ़ी दर पीढ़ी जिलाधीश महोदय का विशेष सम्मान करती रहेगी l
कलेक्टर रोहित सिंह का प्रथम अधिकारिक मेघनगर आगमन औद्योगिक मुद्दों मे प्राण वायु भरने जैसा